तेंडुलकर ने पृथ्वी की प्रतिभा को 8 साल की उम्र में ही पहचान लिया था और उन्होंने उसे कहा था कि कोई कोच उसकी नैसर्गिक तकनीक को नहीं बदले। तेंडुलकर ने अपनी ऐप ‘100 एमबी’ पर कहा, ‘मैंने उन्हें कहा था कि भविष्य में उनके कोच जितने की निर्देश दें वह अपनी ग्रिप या स्टांस नहीं बदले।
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